Sulochana Latkar: अमिताभ, धर्मेंद्र और दिलीप कुमार की ऑन स्क्रीन मां का निधन, कल होगा अंतिम संस्कार

Sulochana Latkar On screen mother of Amitabh Dharmendra and Dilip Kumar hospitalized in critical condition

अमिताभ और दिलीप कुमार के साथ सुलोचना

मुंबई। सिनेमा जगत से एक विचलित करने वाली खबर सामने आ रही है। दिग्गज अभिनेत्री सुलोचना लाटकर की तबीयत खराब होने की खबर सामने आई थी। बॉलीवुड की वरिष्ठ अभिनेत्री सुलोचना लाटकर की तबियत काफी बिगड़ गई थी, जिसके बाद 94 साल की अभिनेत्री को दादर के सुश्रुषा अस्पताल में भर्ती कराया गया था। लेकिन अब खबर आ रही है कि सुलोचना का निधन हो गया है।   

काफी समय से सांस की बीमारी से हैं पीड़ित 
सुलोचना लाटकर पिछले कुछ महीनों से सांस की बीमारी से पीड़ित थीं। उनका काफी समय से अस्पताल में इलाज चल रहा था। उनके दामाद ने सुलोचना के निधन की पुष्टि की है। उनका पार्थिव शरीर कल सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक प्रभा देवी स्थित उनके आवास पर अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। उसके बाद शिवाजी पार्क में अंतिम संस्कार किया जाएगा।  
मराठी फिल्मों में भी किया काम 
 मार्च में भी उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जब यह बात मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को पता चली तो उन्होंने अभिनेत्री के इलाज में मदद की थी। सुलोचना लाटकर को जब मार्च में अस्पताल में भर्ती कराया गया था, तब मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सुलोचना दीदी के इलाज का सारा खर्च मुख्यमंत्री चिकित्सा सहायता कोष से देने का निर्देश दिया था। सुलोचना लाटकर ने अब तक कई मराठी फिल्मों में काम किया है। उनकी प्रसिद्ध मराठी फिल्मों में ‘मराठा तितुका मेलवावा’, ‘मोलकरीण’, ‘बाला जो रे’, ‘सांगते ऐका’, ‘ससुरवास’, ‘वाहिनी ची बंगद्या’ का नाम शामिल है। इसके साथ ही सुलोचना ने ढेरों हिंदी फिल्मों में भी काम किया है। 

बनी अमिताभ-धर्मेंद्र की ऑन-स्क्रीन मां 
आपको बता दें, वेटरन एक्ट्रेस सुलोचना लाटकर ने 94 वर्ष की हैं। इन्होंने कई सारी फिल्मों में अमिताभ की मां का रोल निभाया है। इन फिल्मों में ‘रेशमा और शेरा’, ‘मजबूर’ और ‘मुकद्दर का सिकंदर’ जैसी फिल्में शामिल हैं। इसके साथ ही उन्होंने दिलीप कुमार और धर्मेंद्र के साथ भी काम किया है। अमिताभ बच्चन कई बार अपने ब्लॉग में भी उनका जिक्र कर चुके हैं। सुलोचना लाटकर ने तकरीबन 250 हिंदी और 50 मराठी फिल्मों में अभिनय कर अपना योगदान दिया है। वह अपने समय की प्रसिद्ध अदाकार थीं।