छत्तीसगढ़: पूर्व मंत्री केदार को लखमा का जवाब, कहा- ‘इनको कोई काम नहीं, गौठान-गौठान घूम रहे, ये बूढ़े होकर बच्चे संभालेंगे’

जगदलपुर।प्रदेश के आबकारी मंत्री कवासी लख़मा ने पूर्व मंत्री केदार कश्यप पर तंज कसा है। उन्होंने केदार कश्यप के बयानों पर पलटवार करते हुए कहा कि उनके पास कोई काम नहीं है, सिर्फ गौठान-गौठान घूम रहे हैं। ये बूढ़े होकर बच्चे संभालेंगे। बच्चों की रखवाली करेंगे। कवासी लखमा ने उल्टा केदार कश्यप से ही सवाल करते पूछा कि जब उनकी सरकार थी तब रतनजोत से डीजल निकालने का दावा किए थे। अब तक कितना निकाल लिए?

दरअसल, आबकारी मंत्री कवासी लखमा बस्तर के संभागीय मुख्यालय जगदलपुर प्रवास पर हैं। यहां उन्होंने मीडिया से बातचीत की। इस दौरान कवासी लखमा से जब पूछा गया कि, केदार कश्यप ने चुनौती दी है कि यदि हिम्मत है तो मेरे साथ गौठान चलें। लखमा ने उनके इस बयान को हंस कर टाल दिया है। उन्होंने कहा कि उनके पास काम नहीं है।

वहीं 2 हजार के नोट बंद करने के मामले पर लखमा ने कहा कि, BJP कर्नाटक का चुनाव हार गई है। इसलिए अब देश की जनता के ऊपर गुस्सा निकाल रही है। यदि नोटबंदी करनी ही थी तो एक बार में कर लेते। बार-बार करने का क्या फायदा है? यदि कर्नाटक की जनता ने BJP को वोट नहीं दिया तो क्या अब देश की जनता को परेशान किया जाएगा।

केदार बोले- एक राज्य जीते तो मचा रहे हल्ला

उधर, पूर्व मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि, कांग्रेस अभी सिर्फ एक राज्य का चुनाव जीती है और हल्ला मचा रही है। बहुत से राज्यों में चुनाव होने बाकी हैं। उन्होंने कहा कि, 2 हजार के नोटबंदी का फैसला केंद्र सरकार ने भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए किया है। ऐसे कई भ्रष्टाचारी हैं जिन्हें कांग्रेस पाल कर रखी है। 2 हजार के नोट बंद होने से हमारे देश को फायदा मिलेगा।

केदार कश्यप ने कांग्रेस को चुनौती दी है।

केदार कश्यप ने कांग्रेस को चुनौती दी है।

केदार कश्यप ने दी चुनौती

असल पूर्व मंत्री केदार कश्यप ने कहा था कि, गौठानों में राशि खर्च करने के बाद भी उसकी हालत खराब है। करोड़ों रुपए खर्च करने पर भी चारा, पानी की व्यवस्था नहीं हैं। गौठान सूनसान हैं। गाय सड़क और गावों में घूम रही है। गौठान भ्रष्टाचार का चारागाह बनकर रह गया है।

केदार ने स्थानीय मंत्री, सांसद, विधायक को चुनौती देते हुए कहा था कि, अगर उनमें हिम्मत हैं तो चुनौती स्वीकार करें और हमारे साथ गौठान चलें। हम दिखाएंगे कैसे गौठानो में करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार हुआ हैं। क्षेत्र के गौठानों में न गाय है, न चारा और न ही पानी है।