छत्तीसगढ़: 5 हजार के लिए दोस्त की हत्या, उधार दी रकम नहीं लौटा रहा था, इसलिए पत्थर से मारा, फिर डंडे से पीट-पीटकर ली जान

young man killed his friend for for not returning loan amount in kanker

कांकेर। जिले में एक युवक ने पांच हजार रुपये के लिए अपने ही दोस्त की हत्या कर दी। युवक उधार दी गई रकम बार-बार मांगता था, पर दोस्त लौटा नहीं रहा था। इससे भड़के युवक ने पहले पत्थर से वार किया, फिर डंडे से पीट-पीटकर दोस्त की जान ले ली। इसके बाद वहां से भाग निकला। पुलिस ने इस हत्याकांड का छह दिन बाद खुलासा करते हुए गुरुवार को आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। मामला कांकेर थाना क्षेत्र का है। 

एसपी शलभ सिन्हा ने बताया कि, ग्राम बुदेली निवासी कन्हैयालाल महावीर खेत में लाड़ी बना कर रहता था और रखवाली करता था। 12 मई की रात जब उसका बड़ा भाई खेत में पहुंचा तो वहां कन्हैयालाल का शव लहूलुहान हालत में पड़ा हुआ था। इस पर उसने पुलिस को सूचना दी और रिपोर्ट दर्ज कराई। जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि कन्हैयालाल गांव के ही एक युवक अनिल साहू के साथ घूमता था।  

इस पर पुलिस ने कन्हैया लाल के मोबाइल के सीडीआर की जांच की। इसमें भी अनिल से उसकी लंबी बातचीत का पता चला। इसके बाद पुलिस ने अनिल को हिरासत में ले लिया और पूछताछ की। पहले तो अनिल गुमराह करता रहा, लेकिन कड़ाई से पूछताछ में असलियत बता दी। उसने कन्हैयालाल की हत्या करने की बात स्वीकार कर ली। इसके बाद पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है।  

पुलिस पूछताछ में अनिल साहू ने बताया कि, शराब के नशे में वह कन्हैयालाल के घर पहुंचा और उधार की रकम को लेकर बहस करने लगा। कन्हैलाल से बार-बार रकम मांगने की बात कहते हुए उसे गाली दी और पत्थर फेंककर मारा। इस पर कन्हैयालाल ने अपना किसी तरह से बचाव किया। इस पर पास पड़ी लोहे की रॉड उठाकर आरोपी अनिल ने उसके सिर पर मार दी। रॉड लगते ही कन्हैयालाल जमीन पर गिर गया और चिल्लाने लगा। यह देखकर पकड़े जाने के डर से पास रखे डंडे से पीटकर उसे मार दिया।  

एक माह से मांग रहा था रकम 
अनिल साहू ने कन्हैयालाल को नवंबर 2022 में पांच हजार रुपये उधार दिए थे। कन्हैयालाल ने रकम को एक माह में वापस करने के लिए कहा था। समय बीतने के बाद जब भी आरोपी अनिल अपने रुपये मांगता तो कन्हैयालाल टालमटोल करता। कन्हैयालाल उधार की रकम नहीं लौटा पा रहा था। इस बीच उसने दो हजार रुपये और अनिल साहू से उधार मांगे। इस पर वह भड़क गया और रुपये देने से इनकार कर दिया।