
भोपाल। मप्र पुलिस हाउसिंग कार्पोरेशन में संविदा पर पदस्थ उप यंत्री हेमा मीणा करोड़ों रुपये की आसामी निकली है। 13 वर्ष पहले पुलिस हाउसिंग कार्पोरेशन पर उसे संविदा पर उप यंत्री के पद पर रखा गया था, वर्तमान में उसे सहायक यंत्री का प्रभार दिया गया है। पदस्थापना के जल्द बाद ही वरिष्ठ इंजीनियरों के संपर्क में आने के बाद आला अधिकारियों से संपर्क हुआ और इसके बाद शुरू हो गई काली कमाई। हेमा मीणा पति को तलाक दे चुकी हैं और पिता के नाम विदिशा स्थित पैतृक गांव से लेकर भोपाल और रायसेन में करोड़ों की जमीनें खरीदी हैं। हेमा मीणा ने पिता के नाम 20 हजार वर्गफीट के प्लॉट पर बिलखिरिया थाना क्षेत्र में एक करोड़ का आलीशान फार्महाउस बनाया है। यहां देशी-विदेशी नस्ल के 100 कुत्ते व पिल्ले हैं, जिन्हें नस्ल के आधार पर अलग-अलग कमरों में रखा जाता है। इन्हें देखभाल करने के लिए अलग से लोग लगे हैं।
छापे में यह मिला
- उप यंत्री हेमा मीणा के निवास में 30 लाख रुपये की लगी है विदेशी एलईडी टीवी
- 13 साल से पुलिस हाउसिंग कार्पोरेशन में थी पदस्थ, सहायक यंत्री का मिला है प्रभार
- 20 हजार वर्गफीट में एक करोड़ का ऑलीशान फार्महाउस, देशी-विदेशी नस्ल के 100 कुत्ते-पिल्ले
- कर्मचारियों से वॉकी-टॉकी से बात करती थी उप यंत्री हेमा मीणा
- पति से हो चुका है तलाक, वरिष्ठ इंजीनियर की मिलीभगत की आशंका
- घर से 35 लाख नकदी, 10 तोला सोना, डेढ़ दर्जन लग्जरी कारें मिलीं
गुरुवार सुबह छापा मारा
गुरुवार सुबह लोकायुक्त पुलिस की टीम ने बिलखिरिया स्थित पुलिस हाउसिंग कार्पोरेशन की संविदा में पदस्थ उप यंत्री हेमा मीणा के घर, फार्महाउस और कार्यालय में एक साथ छापा मारा। छापे की कार्रवाई देर शाम तक जारी रही। बरामद संपत्तियों की कीमत का आकलन किया जा रहा है। देर शाम तक सात करोड़ की संपत्ति का खुलासा हो चुका था। शुक्रवार शाम तक लोकायुक्त पुलिस अंतिम आंकड़े जारी करेगी, तब संपत्ति में और बढ़ोतरी हो सकती है। आज शुक्रवार को बैंक लॉकर भी खोला जा रहा है। लोकायुक्त छापे में उप यंत्री के निवास से 35 लाख रुपए नकद और 10 तोला सोने के जेवर भी बरामद हुए हैं। हेमा मीणा को वर्तमान में करीब 30 हजार रुपये महीना वेतन मिलता है। उसे 13 वर्ष पहले संविदा पर उप यंत्री के रूप में नौकरी पर रखा गया था। वर्तमान में उसे सहायक यंत्री का भी प्रभार सौंपा गया है।
डेढ़ दर्जन लग्जरी कारें, 30 लाख का टीवी
पुलिस हाउसिंग कार्पोरेशन की उप यंत्री हेमा मीणा के बिलखिरिया क्षेत्र में स्थित आवास में पुलिस को डेढ़ दर्जन लग्जरी कारें मिली हैं। एलजी कंपनी का एक विदेशी टीवी भी बरामद हुआ है, जिसके कवर में 30 लाख रुपये मूल्य लिखा है।
कुत्तों को रोटी बनाने के लिए ढाई लाख की मशीन
विलासितापूर्ण जिंदगी की शौकीन हेमा खुद को आईपीएस अधिकारी की तरह अपने कर्मचारियों के सामने प्रस्तुत करती थीं। पति को तलाक देने के बाद वह अपने पिता व अन्य परिजनों के साथ ही रहती हैं। हालांकि, उनका मायका रायसेन के चपना गांव में है। परिजन वहीं रहते हैं। हेमा मीणा के निवास में 100 कुत्तों के लिए रोटी बनाने के लिए ढाई लाख रुपये की मशीन लगाई गई है। वह दो दर्जन लोगों को अपने आलीशान आवास में काम पर लगा रखा है। कर्मचारियों से वॉकी-टॉकी पर ही बात करती है।
सरकारी सीमेंट भी बरामद
छापेमारी में लोकायुक्त पुलिस को 30 से अधिक सीमेंट की भरी बोरियां मिली हैं, जिन पर नॉट फॉर रिसेल लिखा हुआ है, यानी उक्त सीमेंट सरकारी ठेके के लिए सप्लाई की है। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि पुलिस हाउसिंग कार्पोरेशन द्वारा बनाए जाने वाले मकानों के लिए मंगवाई गई सीमेंट का बड़ी मात्रा में उपयोग हेमा मीणा के मकान बनाने में हुआ होगा।
एक करोड़ से अधिक के कृषि यंत्र खरीदे
हेमा मीणा के पिता सामान्य किसान हैं, उनके नाम बेटी की नौकरी से पहले कुछ एकड़ ही जमीन थी। बेटी के नौकरी में आने के बाद उनके नाम से भोपाल, विदिशा और रायसेन में करोड़ों की जमीनें खरीदी गई हैं। यह पूरा पैसा हेमा मीणा का ही है। हेमा ने अपने पिता के नाम से हार्वेस्टर, धान बुवाई मशीन, ट्रैक्टर और खेती में काम आने वाले यंत्र खरीदे हैं, जिनके दस्तावेज छापे के दौरान बरामद हुए हैं।
2020 से चल रही जांच
लोकायुक्त पुलिस में वर्ष 2020 में हेमा मीणा के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने संबंधी शिकायत मिली थी। करीब ढाई वर्ष जांच के बाद आय से अधिक संपत्ति होने के पुख्ता सबूत जब लोकायुक्त पुलिस को प्राप्त हो गए, इसके बाद भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं में प्रकरण दर्ज कर विशेष न्यायालय भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम भोपाल से सर्च वारंट लेकर छापे की कार्रवाई की गई है।
ऊर्जा विभाग के कर्मचारी बनकर पहुंचे घर में घुसी टीम
बिलखिरिया के जिस आलीशान बंगले में हेमा मीणा रहती है, वहां सुबह छह बजे ही लोकायुक्त पुलिस की टीम पहुंच गई थी। गेट पर चौकीदार अंदर नहीं जाने दे रहे थे। इसके बाद लोकायुक्त पुलिस की टीम ने बंगले में लगे सोलर पैनल खराब होने की शिकायत पर उसे सुधारने के लिए आने का कहकर अंदर घुसे और छापे की कार्रवाई शुरू की। लोकायुक्त पुलिस के छापेमारी के दौरान ही कुछ अन्य विभागों के अधिकारी भी जांच करने पहुंचे हैं।
38 गुना अधिक मिली संपत्ति, और बढ़ेगी
हेमा मीणा वर्ष 2016 में पुलिस हाउसिंग कार्पोरेशन में बतौर उप यंत्री पदस्थ हुई थी। अब तक करीब 13 वर्ष नौकरी कर चुकी है। इस हिसाब से उसकी संपत्ति करीब 18 लाख रुपये होनी चाहिए। लेकिन अब तक की जांच में 7 करोड़ रुपये की संपत्ति मिल चुकी है। यह आय से 38 गुना से ज्यादा अधिक है। जमीनों के दस्तावेज, बैंक लॉकर और जेवर के साथ अन्य वस्तुओं, उपकरणों का मूल्यांकन होना शेष है। ऐसे में संपत्ति का आंकड़ा एक करोड़ तक और बढ़ सकता है।