छत्तीसगढ़ः सिद्धि हासिल करने गुरु को मारा और पीया खून, एक दिन पहले मिली थी अधजली लाश, साधु ने चेले को बहकाकर कराई हत्या

धमतरी। जिले में अधेड़ की हत्या कर शव जलाने की कोशिश करने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी रौनक छाबड़ा ने बताया कि नवापारा के रहने वाले 50 वर्षीय बसंत साहू की हत्या उसने किसी साधु के कहने पर की थी। वह बसंत के साथ ही तंत्र-मंत्र सीखता था। वह उसे गुरु भी मानता था। मामला जिले के करेली बड़ी चौकी क्षेत्र का है।

एसपी प्रशांत ठाकुर ने बताया कि ये हत्या तंत्र-मंत्र के चक्कर में हुई है। उन्होंने बताया कि आरोपी ने पूछताछ में अपना गुनाह कबूल कर लिया है। रौनक छाबड़ा ने बताया कि उसकी रुचि तांत्रिक विद्या में थी। आरोपी ने सिद्धि प्राप्त करने के लिए किसी साधु के कहने पर अपने ही गुरु बसंत साहू को मारकर उसका खून पिया और सबूत नष्ट करने के लिए उसे जलाने की कोशिश की। हालांकि शव पूरी तरह से नहीं जला। राहगीरों को जब इसकी जानकारी मिली, तो अधजली लाश को पुलिस ने पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल भिजवाया।

पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, एक दिन पहले करेली बड़ी चौकी के लोमश ऋषि आश्रम पैरी नदी के किनारे नवापारा निवासी बसंत साहू की अधजली लाश मिली थी। सबूत के आधार पर रौनक छाबड़ा को गिरफ्तार कर लिया गया। रौनक ने तांत्रिक सिद्धि के लिए राजिम नवापारा के पेंटर बसंत साहू को अपना गुरु बनाया था। दोनों काफी दिनों से तांत्रिक सिद्धियां पाने के लिए पूजा-पाठ और कई क्रियाएं कर रहे थे।

मृतक बसंत साहू। - Dainik Bhaskar

मृतक बसंत साहू

31 जनवरी की रात भी दोनों बुडेनी गांव के सुनसान इलाके में पहुंचे। यह इलाका श्मशान घाट के पास ही है। दोनों ने शराब पी और तांत्रिक क्रियाओं में जुट गए, लेकिन 31 जनवरी को रौनक किसी और इरादे से पहुंचा था। दरअसल रौनक को किसी साधु ने यह बताया था कि अगर अपने गुरु के खून को पी जाओ, तो उसकी सारी सिद्धियां एक बार में ही हासिल हो जाती हैं। इसलिए रौनक छाबड़ा ने सिद्धि पाने के लिए गुरु की हत्या की योजना बनाई।

इस योजना को उसने 31 जनवरी की रात अंजाम दे दिया। उसने अपने तंत्र गुरु बसंत साहू के सिर पर वार किया। तड़पते हुए बसंत साहू के खून को आरोपी ने मिट्टी के दीए में बड़ी ही निर्ममता से पीया। इसके बाद उसकी हत्या कर इसके बाद सारे सबूत नष्ट करने के इरादे से उसने बसंत साहू के शव को जलाने की कोशिश की और वहां से चला गया। दूसरे दिन 1 फरवरी को पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू की, तो सीसीटीवी फुटेज में आखिरी बार बसंत साहू रौनक छाबड़ा के साथ नजर आया। पुलिस ने बिना देर किए ही रौनक का पता-ठिकाना मालूम किया और उसे रायपुर से गिरफ्तार कर लिया।