छत्तीसगढ़ः एयर स्ट्राइक के मुखबिर की हत्या, नक्सलियों का दावा-हिड़मा को दी मौत की सजा; 11 जनवरी को फोर्स ने किया था हमला

नक्सली

बीजापुर। छत्तीसगढ़ के सुकमा-बीजापुर बॉर्डर पर करीब 14 दिन पहले जवानों ने एयर स्ट्राइक की थी। अब नक्सलियों ने दावा किया है कि इस एयर स्ट्राइक के मुखबिर रहे हिड़मा की उन्होंने हत्या कर दी है। उसकी हत्या की जिम्मेदारी दक्षिण बस्तर डिविजनल कमेटी ने ली है। हालांकि नक्सलियों की ओर से यह नहीं बताया गया है कि हिड़मा की हत्या कब और कहां की गई। उसका शव को लेकर भी कोई जानकारी सामने नहीं आ सकी है। 

पुलिस को उनकी सटीक लोकेशन मिली
नक्सलियों की दक्षिण बस्तर डिवीजनल कमेटी के सचिव गंगा की ओर से जारी किए गए प्रेस नोट में कहा गया है कि इस हमले के लिए ग्राम बोट्टेतोंग निवासी ताती हिड़मा ने पुलिस को सटीक लोकेशन शेयर किया था। प्रेस नोट में लिखा है कि तीन साल पहले दंतेवाड़ा में 12वीं पढ़ रहे ताती हिड़मा को पुलिस ने डरा-धमकाकर और पैसों को लालच देकर मुखबिर बनाया था। नक्सलियों ने लिखा है कि पहले भी उसे समझाया गया, पर वह नहीं माना।

ताती को सुनाई गई मौत की सजा
नक्सलियों ने यह भी माना है कि जवानों को सटीक लोकेशन और उनके बारे में जानकारी जवानों को दी गई थी। इसी के चलते हेलीकॉप्टर और ड्रोन से हमला किया गया। इस हमले के बाद ही ताती को पकड़ने की बात लिखी गई है। साथ ही यह भी कहा गया है कि पूछताछ में ताती हिड़मा ने मुखबिरी करने और उनके ठिकानों की जानकारी मोबाइल के जरिए पुलिस को देने की बात स्वीकार की थी। इसके चलते उसे मौत की सजा दी गई है। 

अपने साथी की भी मिलीभगत बताई
नक्सलियों ने यह भी कहा है कि इस मुखबिरी के तंत्र में उनका एक  साथी अवलम सुक्कू भी जुड़ा हुआ है। वह पिछले साल जून में भाग गया था और ताती से जाकर मिल गया। सुक्कू ने ताती हिड़मा के जरिए उनके गुरिल्ला बलों का इनपुट पुलिस अफसरों को पहुंचाया था। इन दोनों ने ही पुलिस के साथ लगाकार मोबाइल कॉल्स के जरिए खुफिया समाचार पहुंचाया। पिछले साल अप्रैल 2021 में हवाई हमले भी सुक्कू की सूचना पर हुए थे। 

कोबरा बटालियन और नक्सलियों के बीच हुई थी फायरिंग
सीआरपीएफ की ओर से बताया गया था कि 11 जनवरी को कोबरा बटालियन की टुकड़ी हेलीकॉप्टर से फॉरवर्ड ऑपरेटिंग बेस भेजी जा रही थी। इस पार्टी के उतरते वक्त कोबरा और नक्सलियों के बीच फायरिंग हुई। जवाबी कार्रवाई में नक्सली भागने पर मजबूर हो गए। कोबरा बटालियन की टुकड़ी को कोई नुकसान नहीं पहुंचा। वहीं नक्सलियों ने बाद में इसे गृहमंत्री अमित शाह के निर्देश पर एयर स्ट्राइक बताया था।