छत्तीसगढ़ के खिलाने-पिलाने वाले मंत्री: कवासी लखमा बोले- ‘भगत खिलाने वाले- मैं पिलाने वाला’, दोनों एक साथ बैठे हैं

रायपुर। छत्तीसगढ़ में इन दिनों खिलाने वाले मंत्री और पिलाने वाले मंत्री की बड़ी चर्चा है। यह संबोधन भी खुद पिलाने वाले मंत्री ने दिया है। आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने खाद्य मंत्री अमरजीत भगत को संबोधित करते हुए कहा, ये खिलाने वाले मंत्री हैं और मैं पिलाने वाला मंत्री। आज दोनों एक साथ हैं।

दरअसल मंगलवार को छत्तीसगढ़ में धान खरीदी का आंकड़ा 100 लाख करोड़ की सीमा पार कर गया। उसको लेकर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने एक बयान दिया कि धान खरीदी का सारा पैसा केंद्र सरकार देती है।

कांग्रेस को इसके लिए प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद कहना चाहिए। इसके बाद बुधवार को कांग्रेस ने पार्टी के प्रदेश मुख्यालय राजीव भवन में एक प्रेस वार्ता आयोजित की। इसमें कृषि मंत्री रविंद्र चौबे, वन मंत्री मोहम्मद अकबर, खाद्य मंत्री अमरजीत भगत, नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिव कुमार डहरिया के साथ आबकारी मंत्री कवासी लखमा भी पहुंचे थे।

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम भी वहां मौजूद थे। सभी मंत्रियों ने धान खरीदी के रिकॉर्ड, धान खरीदी के सिस्टम और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के बयान पर बात की। माइक जब आबकारी मंत्री कवासी लखमा के हाथ में आया तो उन्होंने बड़े फनी तरीके से बात शुरू की। मोहन मरकाम, रविंद्र चौबे, मोहम्मद अकबर, शिव् डहरिया का नाम लेने के बाद उन्होंने अमरजीत भगत की ओर रुख किया तो कहा, हमारे खाद्य मंत्री-ये खिलाने वाले मंत्री हैं और इधर पिलाने वाला मंत्री है। अभी दोनों साथ में बैठे हैं। इस संबोधन के साथ वहां बैठे सभी मंत्री-नेता और खुद लखमा ठहाका मारकर हंस पड़े।