छत्तीसगढ़ः कॉपियों से तौले गए CM भूपेश, चैंबर के सम्मेलन में नई घोषणाएं, एक हजार एकड़ जमीन पर बनेगा कॉरीडोर, पोहा-मुरमुरा का मंडी शुल्क होगा माफ

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मंगलवार को रायपुर के साइंस कॉलेज परिसर स्थित पं. दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में आयोजित छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के 63वें वार्षिक सम्मेलन में शामिल हुए। वहां व्यापारियों ने मुख्यमंत्री को कॉपियों से तौला। इसको जरूरतमंद स्कूली विद्यार्थियों को दिया जाएगा। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने एक हजार एकड़ जमीन पर होलसेल कॉरीडोर निर्माण की घोषणा की।

चेंबर ऑफ कॉमर्स के पदाधिकारियों की मांग पर मुख्यमंत्री ने कहा, होलसेल कॉरिडोर के लिये एक हजार एकड़ भूमि दी जाएगी। अगले तीन-चार महीने में इसका निर्माण भी शुरू कर दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि पोहा और मुरमुरा का मंडी शुल्क माफ करने की अधिसूचना एक सप्ताह में जारी कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि आवासीय प्रयोजन हेतु सुरक्षित भूमि में संचालित व्यावसायिक गतिविधियों का भी नियमितिकरण किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने घोषणा करते हुये कहा कि सभी बाजारों में प्रकाश, स्वच्छता, सीसीटीवी आदि की व्यवस्था की जाएगी। मुख्यमंत्री ने राज्य के बाहर निर्मित वस्तुओं का क्रय राज्य में रजिस्टर्ड जीएसटी व्यापारियों से ही करने की घोषणा की।

चैंबर ऑफ कॉमर्स के सम्मेलन में मौजूद व्यापारी।

चैंबर ऑफ कॉमर्स के सम्मेलन में मौजूद व्यापारी।

इससे पहले कारोबारियों की ओर से मांग रखते हुए चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष अमर पारवानी ने कहा, पारंपरिक बाजारों में ग्राहकों की रुचि कम हो रही है। ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि पारंपरिक बाजारों में पार्किंग, शौचालय और सुरक्षा की सुविधाएं नहीं है। अगर सरकार स्मार्ट बाजार बनाए तो पारंपरिक बाजारों की भी रौनक लौट आएगी। उन्होंने मंडी शुल्क से राहत का भी मुद्दा उठाया। सम्मेलन में वन एवं परिवहन मंत्री मोहम्मद अकबर, खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री अमरजीत भगत, विधायक कुलदीप जुनेजा, विकास उपाध्याय, रश्मि सिंह, रायपुर के महापौर एजाज ढेबर और नगर निगम के सभापति प्रमोद दुबे आदि मौजूद रहे।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने व्यापारियों को संबोधित किया।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने व्यापारियों को संबोधित किया।

मुख्यमंत्री बोले, कोरोना संकट के बाद यह सबसे सुनहरा दौर

व्यापारियों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, व्यापार और उद्योग जगत के सामने विकास के दरवाजे खुले हुए हैं। कोरोना संकट के बाद यह सबसे सुनहरा समय है। गांव से लेकर शहरों तक पैसे का फ्लो बहुत बढ़िया हुआ है। सरकार की विभिन्न योजनाओं के जरिये डेढ़ लाख करोड़ रुपये गांवों तक पहुंचा है। हमने व्यापारियों के ग्राहकों की जेब में पैसा डाला है। इस साल फसल भी बहुत अच्छी हुई है। छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था और भी बेहतर हुई है । मुख्यमंत्री ने कहा, मैं जहां भी जाता हूं वहां आत्मानंद स्कूल और बैंक की मांग होती है। इसका मतलब है लोगों तक पैसा पहुंचा है।