जब पत्रकार ने पूछा: प्रधानमंत्री बने तो सबसे पहले क्या करेंगे? राहुल गांधी ने गिनाए ये तीन काम

राहुल गांधी

नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी इन दिनों भारत जोड़ो यात्रा पर हैं। वह लगातार जनसभाओं और मीडिया को भी संबोधित कर रहे हैं। इस दौरान राहुल बहुत ही सधे हुए नजर आ रहे हैं और हर सवाल का बहुत ही बारीकी से जवाब दे रहे हैं। शनिवार को भी वह कांग्रेस मुख्यालय पर मीडिया से मुखातिब हुए। इस दौरान उन्होंने कई पत्रकारों के कई सवालों का जवाब दिया। 

हालांकि, एक सवाल से राहुल गांधी चौँक गए और उन्होंने बहुत ही शालीनता और समझदारी से उसका जवाब दिया। दरअसल, राहुल गांधी से पूछा गया था कि अगर वह देश के प्रधानमंत्री बन जाएंगे तो सबसे पहले तीन काम क्या करेंगे? आइए जानते हैं राहुल गांधी ने क्या दिया जवाब…

1. बच्चों को देंगे विजन 
राहुल गांधी ने कहा, मैं सबसे पहले देश में शिक्षा की संरचना बनाना चाहूंगा। हमारा एजुकेशन सिस्टम सही तरीके से काम ही नहीं कर रहा है। वह बच्चों को कोई विजन ही नहीं दे पा रहा है। उन्होंने कहा, भारत जोड़ो यात्रा के दौरान मैंने हजारों बच्चों से बात की। सबसे पूछा कॉलेज खत्म करने के बाद तुम क्या करना चाहते हो। मुझे बस पांच जवाब मिले- डॉक्टर, लॉयर, इंजीनियर, पायलट, आइएएस। राहुल ने कहा, 99.9 प्रतिशत बच्चे यही जवाब दे रहे हैं। यानी हमारा एजुकेशन सिस्टम उन बच्चों को बता रहा है कि आप इन पांच काम के अलावा कुछ नहीं कर सकते। 

2. बिना स्किल रोजगार नहीं  
राहुल गांधी ने कहा, हम बिना स्किल का सम्मान किए युवाओं को रोजगार नहीं दे सकते हैं। फिर चाहें वह कोई भी हो। अभी हम, जिसके पास स्किल है उसकी मदद नहीं करते हैं। उसकी स्किल को खत्म करने की कोशिश करते हैं।  

3. भ्रमित करने वाली है विदेश नीति  
राहुल गांधी ने कहा, हमें देश में भाईचारे, एकता और प्रेम की भावना का प्रसार करना है। इसका असर देश की सीमाओं पर भी पड़ता है।देश में हिंसा, नफरत का असर दूसरे देश देखते हैं, उसका फायदा उठाते हैं। हमारी विदेश नीति बहुत भ्रमित करने वाली है। उससे हमें  जबरदस्त नुकसान होगा। मैं कोरोना के समय भी ऐसा ही कह रहा था।  

उन्होंने कहा, भाजपा-आरएसएस मेरे लिए गुरु की तरह हैं। मुझ पर आक्रमण के लिए भाजपा-संघ का धन्यवाद। ये जो यात्रा है इसने ये हमें कुछ बताने की कोशिश की है और अगर हम उसे नहीं सुनते तो यह उस आवाज का अपमान होगा।

राहुल गांधी ने कहा, मैं जानता हूं कि विपक्ष के सारे के सारे नेता हमारे साथ खड़े हैं। भारत जोड़ो यात्रा के दरवाजे हर उसके लिए खुले हैं जो भारत को जोड़ना चाहता है। विचारधारा में एकरूपता होती है। नफरत, हिंसा और मोहब्बत में एकरूपता नहीं होती। अखिलेश जी और मायावती जी, जो प्यार का हिंदुस्तान चाहते हैं, नफरत का नहीं। तो उनसे रिश्ता तो है। 

‘सरकार बेवजह मेरी सुरक्षा का मुद्दा बना रही है’
राहुल ने कहा, मैं भारत जोड़ो यात्रा कर रहा हूं। अब सरकार चाहती है कि मैं बुलेटप्रूफ गाड़ी में कन्याकुमारी से कश्मीर जाऊं। ये मेरे लिए स्वीकार्य नहीं है। जब उनके वरिष्ठ नेता बुलेटप्रूफ गाड़ी से बाहर आ जाते हैं, तो कोई चिट्ठी नहीं आती। अपने ही प्रोटोकॉल को वे तोड़ देते हैं। तो क्या उनके लिए प्रोटोकॉल अलग-मेरे लिए अलग। बुलेटप्रूफ गाड़ी में मैं कैसे चलूं। ये शायद केस बना रहे हैं कि राहुल अपनी सिक्योरिटी तोड़ता रहता है।


टी-शर्ट पहनने पर बोले राहुल- मुझे सर्दी नहीं लग रही 
राहुल से जब एक रिपोर्टर ने पूछा कि उन्होंने इतनी सर्दी में भी टी-शर्ट क्यों पहनी है। तो राहुल ने मजाकिया लहजे में कहा- आपने स्वेटर पहन रखा है, इसका ये मतलब नहीं कि सर्दी है, इसका मतलब है कि आप सर्दी से डरते हैं। मैं सर्दी से नहीं डरता हूं। मेरे टी-शर्ट पहनने की असली वजह यह है कि मुझे अब तक ठंड नहीं लगी है। जब लगेगी तो स्वेटर पहनना शुरू कर दूंगा।