फिल्म अभिनेत्री रवीना टंडन की जंगल सफारी जांच के घेरे में! बताया जा रहा ये कारण?

इटारसी : सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के चूरना परिक्षेत्र में जंगल सफारी करने आईं फिल्म अभिनेत्री रवीना टंडन का जंगल में जा रहे बाघ के बेहद करीब जाकर वीडियो बनाना विवाद के घेरे में आ गया है।

वायरल वीडियो पर संज्ञान लेकर एसटीआर (ATR) प्रबंधन ने मामले की जांच कराने के आदेश दिए हैं। खुद रवीना ने अपने इंटरनेट मीडिया एकाउंट पर यह वीडियो शेयर किए थे, जिसमें एक बाघ के बेहद पास जाकर जिप्सी में रवीना और उनके साथ वाइल्ड फोटोग्राफर वीडियो बनाते हुए नजर आ रहे हैं।

जंगल में दखलंदाजी होते देख बाघ विचलित होते हुए दहाड़ मारते नजर आया है, वीडियो में साफ नजर आ रहा है कि टूरिस्ट गाइड की मौजूदगी में रवीना टंडन के क्रियाकलाप से बाघ गुस्से में आया है। यह लापरवाही रवीना टंडन और साथ में मौजूद एसटीआर कर्मचारियों के लिए खतरा बन सकती थी। पिछले सप्ताह रवीना अपने बेटी के साथ चूरना में सैर सपाटे के लिए आई थीं। सुबह-शाम दो बार वह टाइगर का दीदार करने निकली थीं।

वायरल वीडियो पर एसटीआर के फील्ड डायरेक्टर एल. कृष्णमूर्ति ने गंभीरता से लेकर बोरी रेंज के अधीक्षक डीएस चौहान से जांच रिपोर्ट तलब की है। कृष्णमूर्ति ने रवीना और उनके स्वजनों को घुमाने ले गई जिप्सी, उस जिप्सी पर तैनात कर्मचारियों के बारे में जानकारी मांगी है, साथ ही बाघ के इतने करीब वाहन लेकर जाने की अनुमति पर भी सफाई मांगी है। बताया गया है कि रवीना के साथ टूरिस्ट गाइड योगेश वारसी के अलावा जिप्सी चालक एवं अन्य लोग भी साथ थे। 

कहीं VIP ट्रीटमेंट तो नहीं

इधर इस मामले में यह भी सवाल खड़े हो रहे हैं कि फिल्म अभिनेत्री को कहीं जंगल में मनमानी कर नियम-कायदे ताक पर रखने का वीआइपी ट्रीटमेंट तो नहीं दिया गया था। एसटीआर अधिकारियों के अनुसार जंगल सफारी के दौरान किसी भी तरह की घटना की जिम्मेदारी पर्यटक की होती है, जिप्सी से शरीर का कोई हिस्सा बाहर न निकालने, वाहन से नीचे न उतरने, गाइड-चालक के निर्देशों का पालन करने, बाघ और अन्य हिंसक प्राणियों से सैलानियों की जिप्सी के बीच करीब 20 मीटर का अंतर रखने जैसे नियम लागू किए गए हैं।

लेकिन रवीना का वाहन जंगल से आ रहे बाघ के बेहद करीब पहुंच गया था। वाहन में रवीना की बेटी राशा थड़ानी भी साथ थी। आशंका है कि इस मामले में जांच के बाद एसटीआर अधिकारी जिप्सी चालक और गाइड पर कार्रवाई कर सकते हैं। रवीना दूसरी दफा चूरना भ्रमण पर पहुंची थीं, इससे पहले 12 जून 2022 को भी वे यहां आई थीं। अधिकारियों का कहना है कि मामले की जांच के बाद नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।

एकांत प्रिय रहते हैं बाघ

रवीना टंडन की जिप्सी के बेहद नजदीक आया बाघ दहाड़ते हुए नजर आया था। अधिकारियों का कहना है बाघ एकांत प्रिय होते हैं, उन्हें अपने इलाके में इंसानों की ज्यादा दखलंदाजी रास नहीं आती। जरा सी चूक होती तो बाघ जिप्सी तक पहुंचकर हमला कर सकता था।

पिछले दिनों एसटीआर के डिप्टी रेंजर और कर्मचारी की मोटरसाइकिल के पास भी बाघ पहुंच गया था, कर्मचारियों ने यहां घूम रही सैलानियों की जिप्सी पर चढ़कर अपनी जान बचाई थी। एसटीआर में सैलानियों की बढ़ती संख्या के कारण जंगल में लगातार जंगल सफारी के वाहन आते हैं, सैलानियों के शोर-शराबे से बाघ विचलित होते हैं।