कसाब को मिली थी निष्पक्ष जांच, मैं उससे बुरा तो नहीं…मसाज वीडियो पर सत्येंद्र जैन का बयान

नईदिल्ली I मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में जून में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद आम आदमी पार्टी (आप) सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद हैं. इस बीच तिहाड़ जेल से मंत्री सत्येंद्र जैन का मसाज करवाते हुए एक वीडियो लीक होने का मामला प्रकाश में आया है. जिसको लेकर मंगलवार को दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट के स्पेशल सीबीआई जज विकास ढुल की कोर्ट में सुनवाई हुई. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जैन के वकील ने कहा कि तिहाड़ जेल में कैद के बाद से पिछले साढे 5 महीने में सत्येंद्र जैन का 28 किलो वजन कम हो गया है. उन्हें भोजन और चिकित्सा देखभाल से वंचित कर दिया गया.

साथ ही जैन के वकील ने कोर्ट में ईडी पर संवेदनशील जानकारी लीक करने का भी आरोप लगाया. वकील के माध्यम से जैन का दावा है कि उनकी इस हरकत से वो हर मिनट बदनाम हो रहे हैं. मंत्री ने यह भी कहा कि लीक वीडियो उनके मुकदमे को प्रभावित करेगा. साथ ही पाकिस्तानी आतंकवादी अजमल कसाब (26/11 के मुंबई हमले के लिए फांसी पर लटकाए गए) का जिक्र करते हुए कहा कि मैं उससे बुरा तो नहीं हूं…उसको भी एक स्वतंत्र और निष्पक्ष सुनवाई मिली थी. मैं केवल निष्पक्ष सुनवाई चाहता हूं. बता दें कि वहीं, दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बाद में दावा किया कि जेल में जैन फिसल गए थे और रीढ़ की हड्डी में चोट लग गई थी और इसके लिए फिजियोथेरेपी की जरूरत थी.

भोजन देने की जैन की याचिका पर अदालत ने ईडी से जवाब मांगा

विशेष न्यायाधीश विकास ढुल ने एजेंसी को नोटिस जारी किया और उसे बुधवार तक जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया. आवेदन में मंत्री की तत्काल चिकित्सा जांच के लिए भी जेल अधिकारियों को निर्देश देने का अनुरोध किया गया है. इसमें कहा गया है कि मंत्री जैन धर्म के नियमों का सख्ती से पालन करते हैं, लेकिन जेल में उन्हें उनकी धार्मिक मान्यताओं के हिसाब से सामान्य भोजन नहीं दिया जा रहा है.

आवेदन के अनुसार दिल्ली कारागार नियम के अनुसार कैदियों को स्थानीय या धार्मिक मान्यताओं के अनुसार आहार दिए जाते हैं. मसलन नवरात्र और रमजान में इन दिनों की मान्यता के अनुसार. आवेदन में आरोप लगाया गया कि 31 मई को जैन की गिरफ्तारी के दिन से वह जैन मंदिर नहीं गए हैं और धार्मिक मान्यताओं के सख्त पाबंद होने के नाते वह धार्मिक व्रत पर हैं तथा पका हुआ भोजन, दाल, अनाज और दुग्ध उत्पादों का सेवन नहीं कर रहे हैं.