इमरान खान के लॉन्ग मार्च में फायरिंग:पूर्व प्रधानमंत्री जख्मी, उन्हें अस्पताल ले जाया गया; 4 अन्य भी घायल 

गुजरांवाला। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के लॉन्ग मार्च के दौरान गुरुवार को फायरिंग की खबर है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह जानकारी दी गई है। इसके मुताबिक, इमरान खान और उनके चार समर्थक जख्मी हुए हैं। उन्हें अस्पताल ले जाया गया है। उनके चार समर्थकों के घायल होने की भी खबर है। फायरिंग करने वाले शख्स को गिरफ्तार कर लिया गया है।

डॉन न्यूज’ के मुताबिक, इमरान जिस कंटेनर पर इमरान लॉन्ग मार्च निकाल रहे हैं। उसके करीब फायरिंग हुई। यह पंजाब के वजीराबाद इलाके में आता है। इमरान ने पिछले हफ्ते शाहबाज शरीफ सरकार के इस्तीफे और जल्द से जल्द जनरल इलेक्शन की मांग को लेकर लॉन्ग मार्च शुरू किया था। इस लॉन्ग मार्च के शुरू होने के बाद अलग-अलग वजहों से एक महिला पत्रकार समेत तीन लोगों की मौत हो चुकी है।

PTI नेता फैसल जावेद फायरिंग में घायल हो गए।

PTI नेता फैसल जावेद फायरिंग में घायल हो गए।

इमरान के कंटेनर ने पत्रकार को कुचला
इमरान खान के लॉन्ग मार्च में रविवार को कंटेनर से कुचलकर एक महिला पत्रकार की मौत हो गई। कहा जा रहा है कि उन्हें धक्का दिया गया। इससे सवाल उठ रहा है कि यह कहीं हत्या तो नहीं। जान गंवाने वाली सदफ नईम चैनल 5 की रिपोर्टर थीं। वे इस लॉन्ग मार्च को कवर कर रहीं थीं। उन्होंने एक दिन पहले ही इमरान का इंटरव्यू भी लिया था। इमरान शाहबाज शरीफ सरकार से इस्तीफे की मांग को लेकर लॉन्ग मार्च पर लाहौर से इस्लामाबाद तक लॉन्ग मार्च निकाल रहे हैं।

लॉन्ग मार्च को कवर करने से पहले सदफ ने अपनी फोटो सोशल मीडिया पर शेयर की थी।

लॉन्ग मार्च को कवर करने से पहले सदफ ने अपनी फोटो सोशल मीडिया पर शेयर की थी।

7 महीने में दूसरा लॉन्ग मार्च
मई में भी इमरान ने लॉन्ग मार्च निकाला था और उस दौरान जबरदस्त हिंसा हुई थी। उस मार्च का ऐलान करते वक्त खान ने कहा था- मैं साफ कर देना चाहता हूं कि मैं सियासत नहीं, जिहाद करने के लिए निकला हूं। सरकार को 6 दिन का वक्त दिया है। अगर उन्होंने चुनाव की तारीखों का ऐलान नहीं किया तो हम फिर इस्लामाबाद पहुंचेंगे और इस बार तब तक नहीं लौटेंगे, जब तक चुनाव की तारीखों का ऐलान नहीं हो जाता।

इस मार्च में लोग नहीं जुटे तो खान ने इसे वापस ले लिया। कहा- इस्लामाबाद का लॉन्ग मार्च और धरना मैंने इसलिए खत्म कर दिया, क्योंकि मैं नहीं चाहता था कि बेगुनाह लोगों का खून बहे। पुलिस ने हमारे लोगों पर आंसू गैस छोड़ी और लाठीचार्ज किया। इस मार्च के कुछ दिन पहले फौज ने इमरान को मैसेज भेजा था कि वो अमेरिका के खिलाफ बयानबाजी न करें। खान नहीं माने और उन्होंने अमेरिका के साथ ही पाकिस्तान की भी फौज पर तंज कस दिए।