कोरबाः पत्नी से कहा जीना नहीं चाहता और लगा ली फांसी, देवदूत बनकर पहुंची डायल 112 की टीम; फंदे से उतारकर पहुंचाया अस्पताल, इलाज जारी 

जिला अस्पताल में युवक को भर्ती कराया गया। - Dainik Bhaskar

कोरबा। जिले के CSEB चौकी क्षेत्र अंतर्गत पंप हाउस अटल आवास कॉलोनी में युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या की कोशिश की, लेकिन डायल 112 की टीम ने उसकी जान वक्त रहते बचा ली। उन्होंने तुरंत उसे फांसी के फंदे से उतारकर जिला अस्पताल पहुंचाया। फिलहाल युवक का इलाज जारी है।

अटल आवास कॉलोनी में रहने वाला छवि कर्ष (34 वर्ष) चारपहिया वाहन का ड्राइवर है। वह निजी कंपनी के लिए काम करता है। वह अपनी पत्नी और 11 साल की बेटी के साथ रहता है। मंगलवार की सुबह पति-पत्नी के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया। इसके बाद पति काम पर चला गया। शाम 7 बजे उसने अपनी पत्नी को फोन लगाया और कहा कि अब वो जीना नहीं चाहता है, वो इस जिंदगी से थक गया है, इसलिए अब वो कभी वापस नहीं आएगा। उसने पत्नी से कहा कि ‘मैं फांसी लगाकर जान दे दूंगा, बेटी का ख्याल रखना’।

खुदकुशी कर रहे युवक को बचाया गया।

खुदकुशी कर रहे युवक को बचाया गया।

इसके बाद युवक ने अपना मोबाइल बंद कर दिया। घबराई हुई पत्नी ने तुरंत यह बात घरवालों को बताई। युवक की तलाश शुरू की गई, लेकिन वह नहीं मिला। बाद में रात को 10 बजे छवि कर्ष घर पहुंचा और पत्नी-बच्ची को घर से बाहर निकालकर पंखे में फांसी का फंदा बनाकर उस पर लटक गया। पत्नी शोर मचाने लगी, जिस पर छवि का भाई मौके पर पहुंचा। उसने तुरंत डायल 112 को सूचना दी।

घरवालों ने दिया डायल 112 की टीम को धन्यवाद

मामले की गंभीरता को समझते हुए तत्काल डाल 112 में ड्यूटी कर रहे ड्राइवर सतपाल और आरक्षक लीला राम खुशराम मौके पर पहुंचे और दरवाजा तोड़कर फांसी के फंदे पर लटके युवक को तुरंत उतारा। उन्होंने देखा कि युवक की सांसें चल रही हैं। आरक्षक और ड्राइवर युवक को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे और इलाज शुरू करवाया। बुधवार को उसकी हालत में सुधार है। इधर परिवार वालों ने डायल 112 की टीम को छवि की जान बचाने के लिए बहुत धन्यवाद दिया।