छत्तीसगढ़ः राज्योत्सव का मंच तैयार, कल सुबह राष्ट्रीय नृत्य महोत्सव से आगाज, शाम को होगा राज्य अलंकरण, समापन समारोह में आएंगे हेमंत सोरेन 

रायपुर। छत्तीसगढ़ की स्थापना का 21वां उत्सव मंगलवार से शुरू हो रहा है। राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में एक से तीन नवंबर तक आयोजित किए जा रहे राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव और राज्योत्सव के लिए तैयारियां अंतिम चरण में हैं। वहां मुख्य मंच, विभिन्न विभागों के मंडप, स्टाल, प्रवेश द्वारों का निर्माण लगभग पूर्ण हो चुका है।

आगाज राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव से होगा। मंगलवार सुबह 11 बजे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत इसका उद्घाटन करेंगे। मंगलवार शाम 7 बजे से राज्य अलंकरण समारोह का आयोजन होगा। इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि राज्यपाल अनुसूईया उइके होंगी। इस समारोह की अध्यक्षता मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को करना है।

दर्शकों के बैठने के लिए यह बड़ा वॉटरप्रुफ पांडाल लगाया गया है।

दर्शकों के बैठने के लिए यह बड़ा वॉटरप्रुफ पांडाल लगाया गया है।

बुधवार को कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल होंगे एवं अध्यक्षता संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत करेंगे। राज्योत्सव का समापन तीन नवंबर को शाम 7 बजे होगा। इसमें झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को मुख्य अतिथि बनाया गया है। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल करेंगे। इस आयोजन में आने वाले दर्शकों के लिए अनेक आकर्षण होंगे। छत्तीसगढ़ सहित देश-विदेश की विभिन्न जनजातियों की विविधता पूर्ण संस्कृति, परंपरा और लोककला देखने को मिलेगी।

प्रदर्शन मंडप में पहुंचने के लिए इस द्वार से जाना होगा।

प्रदर्शन मंडप में पहुंचने के लिए इस द्वार से जाना होगा।

छत्तीसगढ़ सरकार के विभिन्न विभागों की लोककल्याणकारी योजनाओं पर आधारित विकास प्रदर्शनी होगी। इसमें सरकार ने पिछले पौने चार वर्षों में छत्तीसगढ़ की विकास गाथा की झांकी दिखाने की कोशिश की है। यहां शिल्पग्राम भी बना है जहां छत्तीसगढ़ी कारीगरों के उत्पाद प्रदर्शन और विक्रय के लिए उपलब्ध होंगे। वहीं एक फूड जोन भी आयोजन के मुख्य आकर्षणों में शुमार है।

विदेशी कलाकारों का आना रविवार से ही जारी है।

विदेशी कलाकारों का आना रविवार से ही जारी है।

देश के सभी राज्यों और 10 देशों के कलाकार आएंगे

संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत ने बताया, राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में भारत के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के जनजातीय कलाकार यहां पहुंच रहे हैं। वहीं 10 देशों के कलाकार भी इस महोत्सव में शामिल होंगे। इसमें मोजांबिक, मंगोलिया, टोंगो, रूस, इंडोनेशिया, मालदीव, सर्बिया, न्यूजीलैंड और इजिप्ट के कला दल शामिल हैं। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार ही विदेशों से जनजातीय कलाकारों के दल रायपुर पहुंच रहा है।

यहां से प्रदर्शनी और फूड जोन शुरू होगा।

यहां से प्रदर्शनी और फूड जोन शुरू होगा।

ऐसी रहेगी सरकार की झांकी

विकास प्रदर्शनी में छत्तीसगढ़ की विकास गाथा की झांकी होगी। इसके साथ ही पिछले पौने चार वर्षों में लागू सरकारी योजनाओं और किए गए कार्यों की झलक देखने को मिलेगी। इस हिस्से में 21 सरकारी विभागों के स्टॉल, शिल्पग्राम में 40 स्टॉल, फूड जोन में 24 स्टॉल, थीम हैंगर में विभिन्न उद्योगों और सार्वजनिक उपक्रमों के स्टॉल लगाये गये हैं। वहीं 40 व्यावसायिक स्टॉल बनाए जा रहे हैं।